एक सुंदर कविता - माँ है वो मेरी ( माँ को समर्पित एक मधुरमय कविता ) | Gyansagar ( ज्ञानसागर )
माँ है वो मेरी। मुझको जग में लाने वाली ममतामयी है माँ मेरी। कैसे करू मै उसकी सेवा ये समझ आता नहीं। …
माँ है वो मेरी। मुझको जग में लाने वाली ममतामयी है माँ मेरी। कैसे करू मै उसकी सेवा ये समझ आता नहीं। …
ये कविता उन सभी लोगों को समर्पित है जिन्होंने मेरे जीवन में एक शिक्षक,गुरु की भांति मेरा मार्ग दर्श…
दो माँ पर आधारित एक अनुपम रचना अवश्य पढ़े ! इसे पढ़कर आपको भी दो माँ के प्यार का अहसास अवश्य होगा ! क…